full form of dp | डीपी का फुल फॉर्म क्या है। FULL FORM of dp
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FULL FORM OF DP
डीपी का फुल फॉर्म होता है Display Picture Display Picture आमतौर पर सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है डीपी यह एक Display Picture होता है जो किसी भी सोशल मीडिया प्रोफाइल की मेन Picture पर Display होता है इसको सोशल मीडिया में Display Picture कहते हैं यह डीपी का फुल फॉर्म होता है.
डीपी यह शब्द का इस्तेमाल जब इंटरनेट की सुविधाएं जग भर में बहुत लोगों के पास आई तब लोगों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा चालू किया है और तब से यह डीपी शब्द इस्तेमाल में लाया जाता है और यह आमतौर पर लोगों के चेहरे दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
पर जब से सोशल मीडिया में फेसबुक आया है तब से फेसबुक पर इस Display Picture को प्रोफाइल Picture के नाम से संबोधित किया जाता है तब से बहुत ज्यादा लोगों में संबरम रहता है कि Display Picture और प्रोफाइल Picture में क्या अंतर होता है.
पर इन दोनों भी नामों में कोई भी अंतर नहीं होता है यह दोनों नाम के एक ही मतलब है यह सिर्फ फेसबुक में अपना प्रोफाइल Picture नामक नया फीचर ऐड करके इस फीचर के अंदर आप अपनी प्रोफाइल पर फोटो लगा सकते हैं.
और ऐसे ही आसान भाषा में Display Picture यानी डीपी भी कहते हैं. पर आज बहुत सारे लोग आज भी डीपी यह शब्द का इस्तेमाल अपनी प्रोफाइल पिक को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल करते हैं.
Display Picture डीपी क्या होता है?
यह एक यूजर की फोटो होती है जो यूजर उस सोशल मीडिया प्रोफाइल को एक्सेस कर रहा है उसकी और यह फोटो बाकी सभी लोग जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूज कर रहे हैं उनको उस यूजर के प्रोफाइल के उन पर दिखेगी इससे बाकी के जो लोग सोशल मीडिया इस्तेमाल करते हैं उन्हें उस यूजर को पहचानने में बहुत आसानी होती है यह Display Picture होता है.
प्रोफाइल Picture क्या होता है?
प्रोफाइल Picture यह एक Display Picture की तरह इस्तेमाल किया जाता है पर ज्यादातर लोग जो बिजनेस करते हैं सोशल मीडिया पर उनको अपना प्रोफाइल Picture लोगों के तरह अपलोड करना होता है क्योंकि उसी आइकन के जरिए बाकी के लोग सोशल मीडिया पर उस बिजनेस से इंटरेक्ट कर पाएंगे यही फर्क होता है Display Picture और प्रोफाइल Picture में.
WhatsApp डीपी फुल फॉर्म क्या होता है?
WhatsApp डीपी का फुल फॉर्म WhatsApp Display Picture है जो यूजर आपके WhatsApp पर कांटेक्ट के जरिए कनेक्टेड है उन कांटेक्ट को अगर आपको मैसेज करना है.
तो मैसेज करने के बाद आप की जो फोटो दिखाई देगी उस सामने वाले यूजर को उस फोटो को WhatsApp Display Picture बोलते हैं इसको WhatsApp की डीपी कहा जाता है और इससे आदमी की पहचान करने में आसानी होती है.
WhatsApp पर डीपी कैसे बदले?
WhatsApp पर अगर आपको अपना डीपी यानी Display Picture बदलना है तो आपको सबसे पहले अपने मोबाइल में WhatsApp ओपन करना है WhatsApp ओपन करने के बाद यहां पर आपको WhatsApp की सेटिंग पर जाना है.
सेटिंग का बटन आपको सबसे ऊपर राइट साइड में मिलेगा यहां पर क्लिक करने के बाद आपको प्रोफाइल यह option सेलेक्ट करना है और यहां पर आपको अपना प्रोफाइल फोटो अपलोड करने के लिए 1 कैमरे का आइकन मिलेगा उस कैमरे के आइकन पर क्लिक करके आप अपनी गैलरी में से मनपसंद प्रोफाइल फोटो एकदम आसानी से अपने WhatsApp के डीपी पर लगा सकते हैं.
और इसी फीचर के नीचे आप अपना WhatsApp का Display नेम भी बदल सकते हैं यानी अगले यूजर को आपका कौन सा नाम तो होना चाहिए यह भी आप यहां से ही बदल सकते हैं.
फेसबुक पर डीपी कैसे बदले?
अगर आपको अपनी फेसबुक की Display Picture या प्रोफाइल Picture को बदलना है यानी नया प्रोफाइल Picture अपलोड करना है तो सबसे पहले आपको अपने फेसबुक अकाउंट को फेसबुक ऐप में लॉग इन करना ए लॉग इन करने के बाद आपको अपने माइ प्रोफाइल में जाना है.
इसके बाद यहां पर आपको जो पुरानी फोटो है उस फोटो पर क्लिक करना है और इसके बाद इस फोटो को आप को सबसे पहले डिलीट करना है डिलीट करने के बाद आपको एक अपलोड का बटन मिलेगा उस अपलोड के बटन पर क्लिक करके आपको अपने फोन के गैलरी ओपन होगी उस गैलरी में आपको अपना प्रोफाइल Picture अपलोड करना है.
पर यह प्रोफाइल Picture आप अगर अपलोड करते हैं अपने फेसबुक पर तो यह प्रोफाइल Picture आपकी एक पोस्ट के स्वरूप में भी आपके फेसबुक प्रोफाइल में ऐड होगी या नहीं उसकी सभी यूजर को जो आपके फेसबुक अकाउंट से कनेक्टेड है उनको नोटिफिकेशन जाएगी तो आप फेसबुक की अपनी डीपी बदलते वक्त यह बात का जरूर ध्यान रखें.
WhatsApp पर डीपी कैसे हाइड करें?
अगर आपको किसी व्यक्ति से अपनी WhatsApp की Display Picture है यानी डीपी की फोटो छुपा नहीं है किसी कारण से तो आपको सबसे पहले आपके WhatsApp के प्रोफाइल Picture में जाना है और यहां पर आपको प्राइवेसी यह बटन सेलेक्ट करना है.
प्राइवेसी में यहां पर आपको तीन option मिलेंगे माय प्रोफाइल Picture और यहां पर आपको तीन option मिलेंगे एवरीवन माय कांटेक्ट नो वन तो यहां पर अगर वह यूजर आपके कांटेक्ट में है तो यहां पर आपको उस यूजर को ब्लॉक करना होगा नहीं तो वह यूजर अगर आपके कांटेक्ट में नहीं है.
तो यहां पर आपको माय कांटेक्ट यह option सेलेक्ट करके सेव करना है यह करते हैं जिसके फोन में आपका नंबर सेव है और उसका भी नंबर आपके मोबाइल में सेव है तभी उसको आपकी प्रोफाइल Picture दाग दिखेगी नहीं तो अगर आपका नंबर उसके अंदर से है और आपके मोबाइल में उसका नंबर सेव नहीं है तो उस केस में आपका प्रोफाइल Picture उसे दिखाई नहीं देगा.
डीपी के कुछ महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
Data PROCESSOR
Data प्रोसेसर यह भी डीपी का एक महत्वपूर्ण फुल फॉर्म है.
Data Processing क्या है?
Data processing यह शब्द दो शब्दों को मिलाकर एक शब्द हुए हैं इसके Data शब्द का मतलब होता है चीजों का संग्रह करना जैसे शब्द संख्या इत्यादि कंप्यूटर के लैंग्वेज में उसे तोर करके रखना और उसे चलाने के लिए processing की जरूरत है इसको Data कहते हैं और processing यानी प्रक्रिया होता है.
और यह Data processing खासतौर में आईटी क्षेत्र में इस्तेमाल की जाती है अभी के समय में Data processing का महत्व बहुत बढ़ चुका है क्योंकि आजकल सभी चीजें ऑनलाइन हो चुके हैं और जो चीज ऑनलाइन होती है उनके बैक एंड में कौन सी ना कौन से Data processing चालू रहते हैं इसलिए Data processing का महत्व बहुत हद तक बढ़ चुका है.
Data processing कैसे होता है?
Data processing करने के लिए आपको एक प्रक्रिया करनी पड़ती है जिसे मेन्यूल स्वरूप में पूरा किया जाता है और यह Data processing करने में आपकी समय बहुत ज्यादा था और जब हम टाटा कोई भी कोशिश करते हैं.
तो इसमें त्रुटि आने की संभावना होती थी और अब जब सारे काम डिजिटल स्वरूप में होने लगे हैं तब इस Data processing में कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है कंप्यूटर Data processing के लिए ऑटोमेटिक तरीकों का इस्तेमाल करता है जिस से processing की स्पीड बहुत ज्यादा होती है और इसमें त्रुटि बहुत कम आती है और टाइम की बहुत ज्यादा बचत होती है.
Data processing के स्टेज
Data COLLECTION
Data processing के दौरान Data कलेक्शन यह एक महत्वपूर्ण स्टेज है इसमें जो Data होता है उसका संग्रह किया जाता है और उसे इकट्ठा करके उसकी कितनी साइज और इसे प्रोसेस करने में कितना समय लग सकता है यह Data कलेक्शन करने के बाद पता चलता है.
PREPARATION
Data कलेक्शन की स्टेज होने के बाद यह Data एक जगह कलेक्ट कर के साफ किया जाता है और इस डेटा के अंदर कोई त्रुटि है यह चेक किया जाता है या इसमें दिया गया हुआ Data गलत है या अधूरा है यह सब चीजें Data प्रिपरेशन में तलाशी जाती है और यह सब सही रहता है तो यह Data अगली Data इनपुट के लिए भेजा जाता है.
Data INPUT
इस टेप में जो Data आया हुआ है उस Data को कंप्यूटर के भाषा में कन्वर्ट किया जाता है यानी कंप्यूटर की भाषा में बदला जाता है जिससे इस डेटा का कंप्यूटर एक processing प्रोग्राम तैयार करें और यह Data processing के लिए तैयार होता है.
PROCESSING
इस स्टेज पर जो कंप्यूटर की भाषा में Data आया हुआ है उस Data की काट छांट की जाती है और उस Data को एक कंप्यूटर की भाषा के रूप में तैयार किया जाता है और यह Data के processing कंप्यूटर के processing पावर पर निर्भर करती है जितनी ज्यादा कंप्यूटर के processing पावर है उतनी जल्दी आपका Data प्रोसेस होकर तैयार हो सकता है.
OUTPUT
इसके बाद आपको इस processing किए गए Data का एक रिपोर्ट प्राप्त होता है जिसमें आपके सारे डेटा की जानकारी आपको यह रिपोर्ट बताता है और इसमें आपको पाई डायग्राम और कई अन्य स्वरूप में इसकी इंफॉर्मेशन मिलेगी.
STORAGE
यह सारी चीजें होने के बाद यह Data सारा प्रोसेस हो के सबसे आखिर के पड़ाव में आता है जिसमें डेटा को अगले इस्तेमाल के लिए स्टोर किया जाता है और इसके बाद जिसे आप भविष्य में जब चाहे तब इस्तेमाल कर सकते हैं.
इसी तरीके से पूरी Data processing होती है.